भरनो/गुमला: भरनो प्रखण्ड अंतर्गत आताकोरा पंचायत के राजस्व ग्राम बटकुरी नदी टोली में लोग अपनी बेटी का ब्याह नहीं करना चाहते हैं क्योंकि उक्त गांव में आज भी आने जाने के लिए मुख्य सड़क नहीं है आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के उपरांत प्रखण्ड मुख्यालय से काटा होना अपने आप में एक अनोखी बात है दोन टांड होते हुए पगडंडी नुमा रास्तों से प्रखण्ड मुख्यालय पहुंचते हैं। अभी बटकुरी नदी टोली गांव में 30-40 परिवार निवास करते हैं सड़क के अभाव के कारण से गांव में अभी तक विकास की किरण नहीं पहुंच पाई है लोग़ पलायन करने को विवश है, ग्रामीणों ने बतलाया कि गांव में एकमात्र आंगनबाड़ी केंद्र के अलावा कुछ नहीं है प्राथमिक विद्यालय 2 किमी दूरी पर स्थित है निकटतम उच्च विद्यालय महादेव चेगरी पबेया एवम भरनो में है विद्यालय की दूरी ज्यादा होने और सड़क के अभाव में बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। समस्या तब विकट हो जाती है जब बरसात का मौसम आता है उन दिनों में रास्ते में पानी एवं कीचड़ से लोग त्राहिमाम करने लगते हैं चार महीने तक लोग नरकीय जीवन जीने को विवश हो जाते है बरसात के दिनों में जब कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है या गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा होती है तब कीचड़ होने की वजह से गांव में कोई गाड़ी प्रवेश नहीं कर पता है वैसी विकट स्थिति में मरीज को 2 किलोमीटर मुख्य मार्ग तक ले जाने के लिए बांस की टोकरी या खाट में लादकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाते हैं तब गंतव्य तक पहुंच मरीज पहुंच पाते हैं। ग्रामीणों ने सड़क की मांग कई जनप्रतिनिधियों से कई बार की फिर भी सड़क नहीं बन पाया. वही ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक सिसई विधानसभा को भी दो बार पत्र लिखकर सड़क बनाने की मांग कर चुके हैं वही ग्रामीणों ने बतलाया गांव में कई ऐसे परिवार है जिनका राशन कार्ड अब तक नहीं बन पाया है कुछ ग्रामीणों ने बिचौलियों से भी संपर्क कर राशन कार्ड बनवाने का प्रयास किया फिर भी राशन कार्ड नहीं बन पाया झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना का लाभ गांव के दर्जनों महिलाओं को नहीं मिल पा रहा है। वही गांव में कई ऐसे महिला पुरुष हैं जिनको वृद्ध एवं विधवा पेंशन राशन कार्ड नहीं होने की वजह से नहीं मिल पा रहा है। एक अनोखा मामला तब प्रकाश में आया जब पुलिस पब्लिक रिपोर्टर के प्रतिनिधि ने गांव की एक बूढ़ी अम्मा का हाल-चाल जानने के लिए टोका तो 80 वर्षीय वृद्ध महिला पुनिया उराईन को अब तक वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है उक्त बूढी मां ने बतलाया की पति की 8 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई है उसका भी विधवा पेंशन नहीं बन पाया है उक्त महिला आने-जाने में असमर्थ है फिर भी किसी तरह से पंचायत के मुखिया के पास में पहुंची तो उन्होंने बतलाया कि आधार कार्ड में आपकी उम्र पूरी नहीं हुई है इसलिए आपको वृद्धा पेंशन नहीं मिल पाएगा परिवार के सदस्य रोजगार की तलाश में पलायन कर दूसरे प्रदेश में रहते हैं उन्हें देखने वाला कोई नहीं है आंगनबाड़ी केंद्र है उसकी सेविका को पहल कर बूढी मां की मदद करनी चाहिए थी मगर वह ना हो सका।…


